Israel-Iran Conflict 2025: मिडिल ईस्ट में गहराता संकट
संक्षिप्त सारांश
जून 2025 तक इज़राइल और ईरान के बीच तनाव खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। लगातार सैन्य कार्रवाइयों, परमाणु कार्यक्रम को लेकर बढ़ती चिंता और कूटनीतिक संबंधों में गिरावट ने पूरे क्षेत्र को एक अस्थिर दौर में धकेल दिया है। इस लेख में हम इस संघर्ष की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, वर्तमान हालात, वैश्विक शक्तियों की भूमिका और संभावित परिणामों का विश्लेषण करेंगे।
अनुक्रमणिका (Table of Contents)
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ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: पुराना दुश्मनी का इतिहास
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2025 में क्या हो रहा है?
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सैन्य रणनीतियाँ और रेड लाइन्स
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परमाणु कार्यक्रम और बढ़ती आशंका
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वैश्विक शक्तियों की भूमिका
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आर्थिक और मानवीय असर
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संभावित परिदृश्य
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
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निष्कर्ष और चर्चा के लिए निमंत्रण
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: पुराना दुश्मनी का इतिहास
ईरान और इज़राइल के बीच तनाव की जड़ें 1979 की ईरानी क्रांति में हैं। इस्लामी क्रांति के बाद ईरान ने इज़राइल को अपना मुख्य शत्रु घोषित कर दिया। उसके बाद से दोनों देशों के बीच टकराव लगातार बढ़ता रहा है।
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1980–2000: ईरान द्वारा हिज़्बुल्लाह और फिलिस्तीनी गुटों को समर्थन देना।
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2010–2015: परमाणु कार्यक्रम को लेकर अंतरराष्ट्रीय दबाव और JCPOA (परमाणु समझौता)।
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2018–2021: अमेरिका द्वारा JCPOA से बाहर निकलना और ईरान पर प्रतिबंध।
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2022–2024: साइबर हमले, वैज्ञानिकों की हत्या और सीरिया-लेबनान बॉर्डर पर संघर्ष।
2025 में क्या हो रहा है?
2025 में इज़राइल-ईरान संघर्ष छाया युद्ध से निकल कर अब खुली चुनौतियों की ओर बढ़ रहा है। हालिया घटनाएं दर्शाती हैं कि स्थिति विस्फोटक मोड़ पर है।
प्रमुख घटनाएं:
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मई 2025: ईरान ने 84% तक यूरेनियम संवर्धन कर लिया — परमाणु हथियारों के बेहद करीब।
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जून 2025: नतान्ज़ के पास ईरानी परमाणु संयंत्र पर इज़राइल द्वारा संदिग्ध ड्रोन हमला।
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इज़राइली जवाब: उत्तरी इज़राइल में रॉकेट हमले बढ़े, जिसके जवाब में दक्षिणी लेबनान और सीरिया में इज़राइली हवाई हमले।
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कूटनीतिक स्थिति: ईरान ने IAEA निरीक्षकों को निष्कासित किया, इज़राइल ने सेना को हाई अलर्ट पर रखा।
“हम ईरान को परमाणु हथियार नहीं बनाने देंगे — न अब, न कभी,” — इज़राइली प्रधानमंत्री एली कोहेन (18 जून)
“ईरान की सहनशीलता की भी सीमा है। हम हर हमले का जवाब देंगे,” — ईरानी विदेश मंत्री अली बाघेरी कानी
सैन्य रणनीतियाँ और रेड लाइन्स
इज़राइल की रक्षा रणनीति 2025
इज़राइल "ऑक्टोपस सिद्धांत" पर काम करता है — सिर्फ ईरानी एजेंटों को नहीं, खुद ईरान को निशाना बनाना।
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हवाई ताकत: F-35I विमान और अंतरराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास
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मिसाइल रक्षा: आयरन डोम, डेविड्स स्लिंग और एरो सिस्टम्स
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साइबर युद्ध: ईरान की रेलवे और बिजली ग्रिड पर हमलों की आशंका
ईरान की रणनीति
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मिसाइल प्रणाली: इज़राइल के अंदर गहराई तक मार करने वाले प्रिसिशन गाइडेड मिसाइल्स
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प्रॉक्सी नेटवर्क: हिज़्बुल्लाह, हौथी विद्रोही और इराकी मिलिशिया
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समुद्री खतरा: होरमुज़ की खाड़ी में IRGC की बढ़ी गतिविधियां
परमाणु कार्यक्रम और बढ़ती आशंका
JCPOA अब लगभग निष्क्रिय हो चुका है। ईरान का यूरेनियम संवर्धन और IAEA निरीक्षण रोकना चिंता का कारण है।
“हमें जानकारी नहीं है कि क्या हो रहा है। यह खतरनाक स्थिति है,” — IAEA निदेशक जनरल राफेल ग्रोसी
[Link to Iran nuclear timeline]
इज़राइल इसे अस्तित्व का संकट मानता है और अकेले कार्रवाई करने की चेतावनी दे चुका है।
वैश्विक शक्तियों की भूमिका
अमेरिका
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राष्ट्रपति कमला हैरिस का बयान: “हम कूटनीति को प्राथमिकता देते हैं, लेकिन इज़राइल की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध हैं।”
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अमेरिकी नौसेना पूर्वी भूमध्यसागर में अलर्ट पर है।
चीन
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शांति स्थापित करने की कोशिश, सऊदी, ईरान और यूरोपीय प्रतिनिधियों के साथ गुप्त वार्ता।
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क्षेत्रीय व्यापार हितों के कारण स्थिरता की अपील।
रूस
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यूक्रेन युद्ध में उलझा हुआ रूस, लेकिन ईरान के साथ सामरिक संबंध बरकरार।
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इज़राइली हमलों की आलोचना और हथियार सौदे जारी।
आर्थिक और मानवीय असर
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तेल की कीमतें: $110/बैरेल से ऊपर
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व्यापार: खाड़ी देशों और इज़राइल में निवेश घटने की आशंका
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जनजीवन: लेबनान में 30,000 से अधिक लोग विस्थापित — UNHCR रिपोर्ट
संभावित परिदृश्य
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सकारात्मक — कूटनीतिक हस्तक्षेप से संघर्ष पर विराम और परमाणु वार्ता की बहाली
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यथास्थिति — छाया युद्ध, साइबर हमले और प्रॉक्सी संघर्ष जारी
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पूर्ण युद्ध — प्रत्यक्ष सैन्य टकराव जिसमें लेबनान, सीरिया और खाड़ी देश भी शामिल हो सकते हैं
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परमाणु संकट — यदि ईरान परमाणु परीक्षण करता है, तो क्षेत्रीय हथियारों की दौड़ शुरू हो सकती है
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. इज़राइल-ईरान संघर्ष 2025 का मुख्य कारण क्या है?
ईरान का परमाणु कार्यक्रम और क्षेत्रीय प्रभाव इज़राइल को खतरा महसूस कराता है। यह वैचारिक और सामरिक टकराव है।
2. क्या ईरान के पास परमाणु हथियार हैं?
अब तक कोई परीक्षण नहीं हुआ है, लेकिन संवर्धन स्तर और IAEA प्रतिबंधों से खतरा अधिक है।
3. अमेरिका की क्या भूमिका है?
अमेरिका संघर्ष को रोकने की कोशिश कर रहा है लेकिन इज़राइल के समर्थन में पूरी तरह खड़ा है।
4. खाड़ी देश कैसे प्रतिक्रिया दे रहे हैं?
सऊदी अरब जैसे देश स्थिरता और कूटनीति की वकालत कर रहे हैं, अपने आर्थिक उद्देश्यों को प्राथमिकता देते हुए।
5. क्या इससे वैश्विक तेल आपूर्ति को खतरा है?
हाँ। होरमुज़ की खाड़ी से दुनिया के 20% तेल की आपूर्ति होती है — कोई भी बाधा वैश्विक संकट ला सकती है।
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